April 24, 2025

आम जनता की आवाज

सच का सारथी

12 दिन की नवजात बच्ची को शराबी पिता ने जलाया

चंपावत जिले में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान खोखला साबित हो रहा है यहां एक नवजात बच्ची के शराबी पिता की करतूत से नन्ही बच्ची के जलने का मामला प्रकाश में आया है। यह जांच का विषय है कि बेटी को जानबूझकर जलाया गया या गलती से जल गई। बच्ची को अभी जन्म लिए 12 दिन ही नहीं हुए थे कि वह बुरी तरह जल गई या जला दी गई बच्ची का चेहरा देखकर इंसान का कलेजा मुंह को जाए। इसी खबर को लेकर हमने पड़ताल की और आंगनवाड़ी कार्यकर्ती और बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष से बात की।
जानकारी के अनुसार रामकिशन जो लखनऊ का रहने वाला है वह अपनी पत्नी के साथ चंपावत मुख्यालय में मजदूरी करता है। पत्नी और दो बच्चों के साथ मुख्यालय के लिश्ता गांव में रहता है बताया जा रहा है कि पति पत्नी दोनों शराब के आदि हैं।
अक्सर घर में लड़ाई झगड़ा होते रहता है। पुष्पा गर्भवती थी और 18 नवंबर को उसने एक बच्ची ने जन्म दिया । जन्म के बाद से ही घर में रामकिशन झगड़ा करने लगा ।
उसके जन्म के बाद से रामकिशन रोज शराब पीने लगा और घर में नोकझोंक होने लगी। पुष्पा के अनुसार उसके पति ने 30 नवंबर को शराब के नशे में बच्ची को उठाया था और बच्ची अंगीठी में लगाई हुई आग में गिर गई । इस बात में कितनी सत्यता है की बच्ची अंगेठी में गिरने से जली या उसे जलाने का प्रयास किया गया इसका पता जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
इस मामले का खुलासा जब हुआ जब क्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकत्री टीकाकरण की सूचना देने के लिए उनके घर गई पहले तो बच्ची की मां पुष्पा देवी ने बच्चे को दिखाने से मना कर दिया जब दूसरी बार वह घर पहुंचे तो बच्चे को एक साड़ी से बने झूले में रखा हुआ था और पूरी तरह ढक रखा था आंगनवाड़ी कार्यकर्ती विमला पांडे ने जब बच्ची का चेहरा देखा तो वह पूरा जला हुआ था। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना महिला और बाल विकास विभाग को दी । विमला पांडे ने बताया कि कई बार पुष्पा देवी को टीकाकरण के लिए आंगनवाड़ी केंद्र आने के लिए कहा गया लेकिन वह नहीं आ रही थी उन्होंने बताया कि जब में उनके घर गई तो उनकी बेटी से *पूछा गया कि आपकी बहन को क्या हुआ तो उसने बताया कि इसे पापा ने जला दिया है।पुष्पा की पहले से 3 साल की एक बेटी और 2 साल का लड़का है। इसके बाद विमला पांडे ने इसकी सूचना विभाग के साथ अन्य लोगों को दी। यहां महिला बाल विकास विभाग और बाल संरक्षण समिति ने इसका संज्ञान लिया। बाल संरक्षण समिति के अध्यक्ष सुधीर शाह ने बताया कि वह बृहस्पतिवार को नगर गांव रामकिशन के घर गए लेकिन वहां वह नहीं थे उनकी पत्नी पुष्पा देवी मिली पुष्पा से पूछने पर कि बच्ची को क्या हुआ तो शुरू में उसने बताया कि घर में आग जली थी जिसमें बच्ची गिर गई लेकिन बाद में जब सख़्ती से पूछा तो उसने बताया कि पिता रामकिशन शराब पिए हुए थे और बच्ची जल गई। उन्होंने बताया कि पूरे मामले को देखते हुए किशन सिंह को नोटिस भेज रहे हैं और बच्ची का इलाज ठीक से कराने के लिए निर्देशित कर रहे हैं विभाग से जो भी मदद होगी वह करेंगे।

शेयर करे