जिलाधिकारी के आश्वासन पर समाप्त हुआ लोहाघाट का जल आंदोलन
सरयू लिफ्ट पेयजल योजना सहित वैकल्पिक व्यवस्थाओं का दिया आश्वासन
लोहाघाट। लोहाघाट में पेयजल संकट और सरयू लिफ्ट पेयजल योजना के शीघ्र निर्माण की मांग को लेकर लोहाघाट संघर्ष समिति द्वारा बीते छह दिनों से उपजिलाधिकारी कार्यालय परिसर में धरना दिया जा रहा था। मंगलवार को जिलाधिकारी श्री नवनीत पांडे स्वयं उपजिलाधिकारी लोहाघाट व प्रशासनिक टीम के साथ धरना स्थल पर पहुंचे तथा आंदोलनकारियों की समस्याएं गंभीरता से सुनीं।
इस अवसर पर जिलाधिकारी पांडे ने जल संस्थान के अधिशासी अभियंता बिलाल यूनुस को निर्देशित किया कि नगर क्षेत्र में लगे सभी अवैध कनेक्शनों व पंपों पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाए, पेयजल टैंकों की सफाई सुनिश्चित की जाए तथा जल टैंकरों की संख्या बढ़ाकर नियमित आपूर्ति की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने धरना दे रहे नागरिकों को अवगत कराया कि लगभग 108 करोड़ रुपये लागत वाली सरयू लिफ्ट पेयजल योजना की डीपीआर पर तेज़ी से काम किया जा रहा है, और उस पर तेजी से कार्य प्रगति पर है। यद्यपि योजना पूर्ण होने में अभी 3 से 4 वर्ष का समय लग सकता है, परंतु तब तक नगरवासियों को वैकल्पिक माध्यमों से पेयजल उपलब्ध कराने हेतु विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नगर की अन्य पेयजल समस्याओं के शीघ्र समाधान हेतु उपजिलाधिकारी लोहाघाट को निर्देशित कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने संघर्ष समिति से आग्रह किया कि जनहित में प्रशासन के प्रयासों पर विश्वास रखें और आंदोलन को समाप्त करें।
जिलाधिकारी के आश्वासन का सम्मान करते हुए, संघर्ष समिति के अध्यक्ष विपिन गोरखा, संरक्षक प्रहलाद सिंह मेहता, डीडी पांडे, शैलेन्द्र राय, राज्य आंदोलनकारी गणेश पुनेठा एवं समिति के अन्य सदस्यों ने धरना समाप्त करने की घोषणा की।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी लोहाघाट श्री नितेश डांगर, तहसीलदार श्री जगदीश नेगी, अधिशासी अभियंता श्री बिलाल यूनुस, जल संस्थान व अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।
More Stories
टनकपुर के अंतर्गत प्रतिबंधित दवा मिलने पर मेडिकल स्टोर सीज
डीएम की अध्यक्षता में आयोजित तहसील दिवस में पेयजल समस्या छाई रही, डीएम के निर्देश जन समस्याओं को लटकाने वाले अधिकारी बदलें कार्य संस्कृति
लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय में सिजेरियन ऑपरेशन शुरू, पहली बार सिजेरियन प्रसव कराया गया