लेाहाघाट (चंपावत)। वन विभाग के लेाहाघाट स्थित रिसर्च केंद्र के पुराने भवनों को विभाग सुधारकर इसे ईको टूरिज्म के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रहा है, यदि सबकुछ ठीक ठाक रहा तो यहां पर्यटन की गतिविधियां संचालित होने लगेंगी। डीएफओ नवीन पंत ने वन अधिकारियों के साथ रिसर्च सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि कुछ समय पूर्व यहां वन विभाग का रिसर्च केंद्र हुआ करता था, जो अब यहां से पिथौरागढ़ शिफ्ट हो गया है। रिसर्च केंद्र को अब वन विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया है। डीएफओ ने बताया कि रिसर्च केंद्र में कुछ भवनों की हालत ठीक है, जबकि कुछ को ठीक करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि रिसर्च केंद्र के भवनों को ठीक कर इसे ईको टूरिज्म के रूम में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रिसर्च केंद्र देवदार के हरे भरे जंगल के बीच में शांत वातावरण में स्थित है। जो देश विदेश से आने वाले पर्यटकों को काफी आनंदित करेगा। डीएफओ ने बताया कि यदि सब ठीक रहा तो जल्द ही केंद्र को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा। जिसके प्रयास किए जा रहे हैं। इस दौरान एसडीओ नेहा चौधरी, रेंजर दीप जोशी सहित आर्केटैक्ट और वन कर्मी मौजूद थे।
लेाहाघाट स्थित रिसर्च केंद्र के पुराने भवनों को ईको टूरिज्म तहत किया जाएगा विकसित

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