April 30, 2025

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इंग्लैंड से डॉक्टरों की टीम आती रहेगी मायावती के धर्मार्थ चिकित्सालय में

गरीब रोगियों को जीवन देने के लिए इंग्लैंड से डॉक्टरों की टीम आती रहेगी मायावती के धर्मार्थ चिकित्सालय में।

डॉ कृष्ण सिंह ने खोले यहां आने के लिए डॉक्टरो के द्वार, अब रोगियों को निशुल्क मिलेगी और बेहतर सुविधाएं।

लोहाघाट। डॉक्टर को वैसे तो भगवान का रूप माना जाता है। यदि उसमें करुणा, दया, सहानुभूति एवं सेवा का भाव हो तो वह मानव नहीं महामानव हो जाता है। अद्वैत आश्रम मायावती के धर्मार्थ चिकित्सालय में हालांकि देश के कोने-कोने से विशेषज्ञ डॉक्टर अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं, लेकिन अब लंदन के जनरल सर्जरी में प्रथम पंक्ति में खड़े डॉ कृष्ण सिंह अपनी भारी व्यस्तता के बावजूद वर्ष में दो बार यहां न केवल सर्जिकल कार्य करेंगे बल्कि उनके द्वारा इंग्लैंड से ऐसे डॉक्टरों की चैरिटी टीम भी बना दी है जो समय-समय पर यहां निशुल्क चिकित्सा सेवा देंगे। इन चिकित्सकों के यहां आने की राह देश की चिकित्सा उपकरण बनाने वाली नामी कंपनी यूनिलैब लिमिटेड के सीईओ सुनील सिंह एवं कंपनी के प्रबंधक सुनील बत्रा ने समय से यहां जरूरी मशीनों व उपकरणों की व्यवस्था कर रोगियों की दुआओं से अपनी झोली भर ली है। यही नहीं कंपनी के इंजीनियर अंकित गुप्ता के द्वारा स्वयं मायावती आकर यहां के पैरामेडिकल स्टाफ को बाकायदा प्रशिक्षण भी दिया गया। डॉ कृष्ण सिंह को सेवा की भावना अपने परिवार से विरासत में मिली है।
इनके पिता डॉ सीएम सिंह ने दुधारू पशुपालन के क्षेत्र में देश में श्वेत क्रांति लाने की दिशा में इतना कार्य किया कि आईवीआरआई के निदेशक रहते हुए उनके नाम पर देश में 30 नवंबर 2020 से “इंडियन वेटरिनरी डॉक्टर्स डे” मनाया जाने लगा। धर्मार्थ चिकित्सालय में पांडिचेरी के जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च के निदेशक तथा एनेस्थीसिया व इंटर्नशिप केयर के विशेषज्ञ डॉ डीएस दुबे पिछले 16 वर्षों से यहाँ निशुल्क अपनी सेवाएं देकर सैकड़ो रोगियों को नया जीवन देते आ रहे है। उनका कहना है कि जब रोगों से कराहता रोगी उनके पास आकर हंसते हुए जाता है तो मैं समझता हूं कि मैंने दुनिया का वैभव प्राप्त कर लिया है। चिकित्सालय के मेडिकल इंचार्ज स्वामी एकदेवानंद जी महाराज की प्रेरणा से यहां लगातार चिकित्सा के क्षेत्र में दिनों दिन प्रगति हो रही है।

फोटो – डॉ कृष्ण सिंह, (टाई पहने) एवं डॉ डीएस दुबे।

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