विश्व के टॉप २% वैज्ञानिकों में लोहाघाट के डॉ अभिषेक बोहरा
चंपावत। कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से हर मुकाम को हासिल कियाजा सकता है । बड़े और महंगे स्कूल से कुछ नहीं होता आपके हौसले बुलंद होने चाहिए। शिशु मंदिर विद्या मंदिर से पढ़े लोहाघाट के मेहनती युवा ने यह करके दिखाया है।
उत्कृष्ट शोध के चलते इस साल डॉ अभिषेक बोहरा का नाम विश्व के टॉप २% वैज्ञानिकों की सूची में सम्मिलित किया गया है।
डॉ बोहरा विगत पांच साल से (२०१९ से) लगातार इस ग्लोबल सूची में अपना नाम बनाये हुए है। यह सूची स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, अमेरिका के विश्व विख्यात वैज्ञानिकों द्वारा बनायी जाती है।विस्व स्तर पर वैज्ञानिकों को उनके क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने के लिए इस सूची में नाम दिया जाता है। डॉ बोहरा के अभी तक १२० से ज्यादा शोध पत्र उच्च कोटि के अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके है। डॉ बोहरा कई इंटरनेशनल जर्नल्स के एडिटर भी है। डॉ बोहरा वर्तमान में भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान, कानपुर में वरिष्ठ वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत हैं और उन्होंने अपनी शोध के द्वारा अरहर की कई नवीन उन्नत किस्में विकसित की हैं, जो अत्यधिक उपज देती हैं। डॉ बोहरा द्वारा की गयी उत्कृष्ट शोध के लिए उन्हें राष्ट्रीय स्तर के कई अवार्ड्स से नवाजा जा चुका है, जिसमें इंडियन नेशनल साइंस एकेडमी (I. N. S. A.) का ‘यंग साइंटिस्ट अवार्ड’ और नेशनल एकेडमी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज’ (NAAS) की ‘एसोसिएट फेलोशिप’ महत्वपूर्ण है। डॉ बोहरा की प्राथमिक शिक्षा शिशु मंदिर पाटी और विद्या मंदिर पाटी से हुई, लोहाघाट के गवर्नमेंट इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट और स्वामी विवेकानंद गवर्नमेंट पी जी कॉलेज लोहाघाट से ग्रेजुएशन बीएससी किया था। उनकी माता सावित्री देवी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रीठा से एएनएम के पद से सेवानिवृत हैं। पिता बल बहादुर बोहरा का साया बचपन में ही उठ गया था । लेकिन उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से बिना ट्यूशन के यह मुकाम हासिल किया।
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