लोहाघाट। गुमदेश क्षेत्र के चमदेवल में चल रहे चैतोला मेले के दूसरे दिन शुक्रवार को चमू देवता का डोला मढ़ गांव से चौखाम बाबा मंदिर तक लाया गया। इस दौरान 12 गांव के जत्थों ने चमू देवता मंदिर में परक्रिमा की। इस दौरान चमू देवता को पापड़ के रूप में प्रसाद चढ़ाया गया।
शुक्रवार सुबह चौखाम बाबा मंदिर में पुरोहित मदन कलौनी और पुरोहित शंकर पांडेय ने पूजा अर्चना पूजा अर्चना का कार्य संपादित किया। दोपहर करीब 2 बजे मढ़ गांव में विधिवत पूजा अर्चना के बाद भक्तगण चमू देवता के डोले को पहाड़ियों के रास्ते से जमानीगढ़ तक लाए। डोले में चमू देवता के धामी राहुल सिंह सवार थे। इसके बाद भक्त गण डोले को चमुखल तक लाए। चमू देवता ने अवतरित होकर भक्तों को आशीर्वाद दिया। चमूखल से रतनखुटकी से न्योलटुकरा होते हुए जयकारों के साथ जत्थों ने डोले को चमदेवल के चौखाम बाबा मंदिर तक पहुंचाकर परिक्रमा की। इधर करीब दोपहर 2:41 बजे पुल्ला, पोखरी, जिंडी, सिरकोट के संयुक्त जत्थे चमू देवता मंदिर आए। इसके बाद जाख, गुरेली, बसकुनी, शिलिंग, चौपता के जत्थे 20 मिनट के अंतराल में चौखाम बाबा मंदिर पहुंचे। मेला कमेटी के अध्यक्ष खुशाल सिंह धौनी और कोषाध्यक्ष कल्याण सिंह धौनी ने बताया कि 12 गांव के जत्थों का मंदिर में पहुंचने का समय तय है। प्राचीन काल से हमेशा हर 20 मिनट के बाद जत्था मंदिर में पहुंचता है। इस मौके पर गुमान सिंह धौनी, नर सिंह धौनी, दीवान सिंह पाटनी, गुमान सिंह प्रथोली, शंकर चंद, खिलानंद कलौनी, जोगा सिंह धौनी, अमित प्रताप धौनी, भवान राम, मदन राम, सोबन राम, प्रवीन कुमार आदि मौजूद रहे।
चैतोला मेले में उमड़ा आस्था का सैलाब

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