चंपावत/रीठा साहिब ।
रीठा साहिब में बन रहे मल्टी स्टोरी पार्किंग के निर्माण में ग्रामीणों द्वारा अवैध खनन सामग्री का प्रयोग करने का आरोप लगाया है।
यहां नदी से अवैध तरीके से रेता और पत्थर निकालने का आरोप भी लग रहा है। पूर्व में भी ठेकेदार ने नदी से पत्थरों एकत्रीकरण निर्माण कार्य में प्रयोग किया था।
पूर्व में खनन विभाग ने छापेमारी कर रेता भी जप्त किया था। लेकिन अब ग्रामीणों का आरोप है कि इसमें वन विभाग, खनन विभाग और पुलिस विभाग भी मिल चुका है।
सरेआम जेसीबी मशीन रॉक ब्रेकर से नदी के पत्थरों को तोड़ा जा रहा है। जिसका स्थानीय लोगों द्वारा वीडियो भी बनाया गया है। रीठा साहिब में 7.89 करोड़ की लागत से मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण कार्य हो रहा है। लेकिन ठेकेदार द्वारा मानकों की अनदेखी की जा रही है।
कार्यदाई संस्था पेयजल निगम के एई सुभाष चंद्र सुंदरियाल आरोपी को सिरे से खारिज कर रहे हैं। उनका कहना है की रॉयल्टी की सामग्री का प्रयोग हो रहाहै। जबकि वीडियो और फोटो से साफ अवैध खनन होता दिख रहा है।
वन विभाग के रेंजर हिमालय सिंह टोलिया का कहना है कि अभी तक उन्हें ग्रामीणों ने लिखित शिकायत नहीं दी है। नदी में मशीन से खनन करने की अनुमति नहीं है शीघ्र ही निरीक्षण किया जाएगा।
वहीं जिला खनन अधिकारी चित्रा जोशी को अवैध खनन की जानकारी को लेकर फोन किया गया उन्होंने फोन नहीं उठाया।
फोटो… रॉक ब्रेकर से नदी में चट्टान तोड़ते हुए … नदी में एकत्र किए गए पत्थर

रीठा साहिब में बन रहे मल्टी स्टोरी पार्किंग के निर्माण में ग्रामीणों द्वारा अवैध खनन सामग्री का प्रयोग करने का आरोप लगाया है।
यहां नदी से अवैध तरीके से रेता और पत्थर निकालने का आरोप भी लग रहा है। पूर्व में भी ठेकेदार ने नदी से पत्थरों एकत्रीकरण निर्माण कार्य में प्रयोग किया था।
पूर्व में खनन विभाग ने छापेमारी कर रेता भी जप्त किया था। लेकिन अब ग्रामीणों का आरोप है कि इसमें वन विभाग, खनन विभाग और पुलिस विभाग भी मिल चुका है।
सरेआम जेसीबी मशीन रॉक ब्रेकर से नदी के पत्थरों को तोड़ा जा रहा है। जिसका स्थानीय लोगों द्वारा वीडियो भी बनाया गया है। रीठा साहिब में 7.89 करोड़ की लागत से मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण कार्य हो रहा है। लेकिन ठेकेदार द्वारा मानकों की अनदेखी की जा रही है।
कार्यदाई संस्था पेयजल निगम के एई सुभाष चंद्र सुंदरियाल आरोपी को सिरे से खारिज कर रहे हैं। उनका कहना है की रॉयल्टी की सामग्री का प्रयोग हो रहाहै। जबकि वीडियो और फोटो से साफ अवैध खनन होता दिख रहा है।
वन विभाग के रेंजर हिमालय सिंह टोलिया का कहना है कि अभी तक उन्हें ग्रामीणों ने लिखित शिकायत नहीं दी है। नदी में मशीन से खनन करने की अनुमति नहीं है शीघ्र ही निरीक्षण किया जाएगा।
वहीं जिला खनन अधिकारी चित्रा जोशी को अवैध खनन की जानकारी को लेकर फोन किया गया उन्होंने फोन नहीं उठाया।
फोटो… रॉक ब्रेकर से नदी में चट्टान तोड़ते हुए … नदी में एकत्र किए गए पत्थर

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