
लोहाघाट। कृषि विज्ञान केन्द्र लोहाघाट ने राज्य मिलेट मिशन योजना के तहत डुंगरालेटी, चामी और कृषि विज्ञान केन्द्र में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण शिविर में स्वयं सहायता समूह की 120 महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
कृषि विज्ञान केन्द्र प्रभारी दीपाली तिवारी पांडेय ने बताया की कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को मोटे अनाजों के फायदे की प्रति जागरूक करना है। उन्होनें कहा कि मोटे अनाज न केवल हमारे स्वास्थ के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि ये पर्यावरण को भी सुरक्षित रखते हैं। कार्यक्रम सहायक गृह विज्ञान गायत्री देवी ने कहा कि मोटे अनाज में गेहूं व चावल की अपेक्षा अधिक मात्रा में खाद्य रेशा, कैल्शियम, फास्फोरस, मैगनीशियम और पोटेशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाये जाते हैं। मोटा अनाज मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद होने के साथ ही पाचन को ठीक रखता है। हैं। कार्यक्रम सहायक प्रसार संचार फकीर चन्द ने मोटे अनाजों झंगौरा का चावल, मल्टीग्रेन आटा, नमकीन, बिस्कुट आदि बनाकर उनकी पैकिंग व लेबलिंग करके बाजार में बिक्री करने हेतु प्रेरित किया। इस दौरान मोटे अनाजों का महत्व और उनसे बनाये जाने वाले व्यंजन विषय पर प्रसार साहित्य भी वितरित किया गया। कार्यक्रम में ऊषा देवी, गिरिजा पांडेय, कलावती देवी, पार्वती देवी आदि मौजूद रहीं।
More Stories
लोहाघाट डिपो की बस475 किमी का सफर लेकिन 2 किमी में दे गई दगा, 20 पुरानी बसों का हो रहा संचालन
पूर्णागिरि मार्ग पर हाथी का हमला तहसनहस की रसोई
एंटी ड्रग सेल ने पीजी कॉलेज लोहाघाट में ” ज़िन्दगी को हाँ, नशे को ना कहें के तहत शपथ संपन्न करवाई