चंपावत।
सचिव नियोजन व उत्तराखंड सेतु आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर मीनाक्षी सुंदरम ने जिला कार्यालय सभागार में शारदा कॉरिडोर, आदर्श चंपावत, गोलज्यू कोरिडोर, सिटी प्लाजा, पर्यटन विकास हेतु स्वदेश दर्शन के अंर्तगत विभिन्न एजेंसियों व जिला प्रशासन के साथ बैठक की। उन्होंने पर्यटन के क्षेत्र में अभिनव से अभिनव प्रयास करने नगर की भविष्य की जनसंख्या को देखते हुए सभी सुविधायुक्त प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। दुग्ध उत्पादन की अपार संभावनाओं को देखते हुए दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के साथ साथ चिलिंग प्लांट की क्षमता को भी बढ़ाने केनिर्देश दिए। उद्यान विभाग द्वारा जिले में फलोत्पादन को बढ़ाने कीवी, सेब को क्लस्टर के तौर पर विकसित करने की बात कही। जिले में शिक्षा व स्वास्थ्य की उच्च स्तरीय गुणवत्ता बनाए रखने को कहा।
जिलाधिकारी नवनीत पांडे विभिन्न विकास कार्यों की जानकारी के साथ ही गोलज्यू कोरिडोर तथा शारदा कॉरिडोर के संबंध में जनपद स्तर पर की जा रही कार्यवाही तथा आदर्श जनपद हेतु प्रस्तावित विभिन्न परियोजनाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
इस संबंध में वर्तमान तक कंसलटेंट एजेंसी मैकेंजी द्वारा तैयार की जा रही डीपीआर के संबंध में विस्तार से जानकारी ली गई।
। उन्होंने कहा की चंपावत को मॉडल जिला बनाने के लिए हर कार्य में आधुनिक तकनीक का समावेश करने के बाद भी योजनाओं कार्य को संचालित करने के बाद अनिवार्य रूप से इस बात की समीक्षा की जानी चाहिए की योजना का क्या प्रभाव पड़ा है।
जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने अवगत कराया की उक्त परियोजना की लागत लगभग अनुमानित 350 करोड़ तक आएगी।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जिला मुख्यालय में स्थित रोडवेज बस अड्डा स्थल पर प्रस्तावित सिटी प्लाजा/ बहुउद्देशीय भवन के निर्माण हेतु तैयार किए गए किए गए प्रस्ताव की पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी गई। परियोजना अंतर्गत इसमें रोडवेज बस अड्डा के अतिरिक्त वाहन पार्किंग, व्यावसायिक परिसर, मल्टीप्लेक्स का निर्माण प्रस्तावित है।
इसके अतिरिक्त सचिव नियोजन द्वारा शिक्षा,स्वास्थ्य,परिवहन सुविधा आदि पर भी चर्चा करते हुए इन क्षेत्रों में समुचित प्रस्ताव तैयार करने के भी निर्देश एजेंसी को दिए गए। उन्होंने जिले में शिक्षा की गुणवत्ता हेतु अच्छे शिक्षण संस्थानों को यहां स्थापित करने के निर्देश दिए।
बैठक में शारदा कॉरिडोर के निर्माण हेतु तैयार की जा रही डीपीआर के संबंध में पीपीटी के माध्यम से बैठक में कंसल्टेंट्स एजेंसी से आए प्रतिनिधियों द्वारा अवगत कराया गया कि बनबसा- टनकपुर- पूर्णागिरि से श्यामलाताल तक का कॉरिडोर है जो 90 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र है।धार्मिक पर्यटन के साथ ही अन्य पर्यटन गतिविधियों के को बड़ाए जाने हेतु इसमें विशेष तौर पर प्रस्ताव तैयार किया जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि जनपद में पर्यटन,शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, कृषि और औद्यानिकी व दुग्ध विकास के क्षेत्र में अभिनव प्रयास किए जाएंगे।
बैठक में स्वदेश दर्शन अंतर्गत डीलाइट एजेंसी द्वारा तैयार की गई परियोजना पर भी चर्चा की गई। संबंधित एजेंसी द्वारा पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी गई।
बैठक में अपर आयुक्त उत्तराखंड शहरी विकास प्राधिकरण प्रकाश चंद्र दुमका, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, प्रभागीय वनाधिकारी आरसी कांडपाल, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, उप जिलाधिकारी टनकपुर आकाश जोशी, उप जिलाधिकारी सदर सौरव असवाल, उप जिलाधिकारी लोहाघाट रिंकु बिष्ट समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
More Stories
लोहाघाट डिपो की बस475 किमी का सफर लेकिन 2 किमी में दे गई दगा, 20 पुरानी बसों का हो रहा संचालन
पूर्णागिरि मार्ग पर हाथी का हमला तहसनहस की रसोई
एंटी ड्रग सेल ने पीजी कॉलेज लोहाघाट में ” ज़िन्दगी को हाँ, नशे को ना कहें के तहत शपथ संपन्न करवाई