April 25, 2025

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लधिया घाटी में शिक्षकों के अभाव में फेल होते बच्चे पढ़ाई छोड़ होटल में बर्तन मांजने को मजबूर

शिक्षकों की मांग को टैक्सी बुक कराकर सीईओ मेहरबान सिंह बिष्ट का किया घेराव
… शिक्षक नहीं होने से विद्यालय म अधिकांश 10वीं और 12वीं के बच्चे हुए फेल
चंपावत। विद्यार्थियों के भविष्य की खातिर लधियाघाटी से 50 से अधिक ग्रामीण और अभिभावक टैक्सी में 75 किमी दूर चंपावत कलेक्ट्रे पहुंचे। अभिभावको ने शिक्षा भवन सभागार के आगे  आप प्रदर्शन किया।

चंपावत।  बच्चों के भविष्य के लिए चिंतित लधिया घाटी क्षेत्र के अभिभावक शिक्षकों की मांग को लेकर 75 किमी दूर मुख्य शिक्षाधिकारी कार्यालय धमक गए। चार टैक्सी वाहन बुक कराकर 50 से अधिक ग्रामीण और अभिभावक ने सीईओ कार्यालय के बारह प्रदर्शन कर विरोध जताया। और मुख्य शिक्षा अधिकारी का घेराव किया।

कहा शिक्षकों की जल्द नियुक्ति नहीं होने पर स्कूल में तालाबंदी कर सीईओ कार्यालय के बाहर धरना देंगे। अभिभावक शिक्षक संघ अध्यक्ष गोपाल सिंह परवाल के नेतृत्व में पहुंचे अभिभावकों ने कहा कि अटल उत्कृष्ट जीआइसी चौड़ामेहता अपने बुरे दिन गिन रहा है। विद्यालय में प्रवक्ता के 10 पद स्वीकृत हैंए जबकि पांच अतिथि शिक्षक व गणित प्रवक्ता कार्यरत हैं। गणित प्रवक्ता ही प्रभारी प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी संभाल रहे। एलटी में सात पद स्वीकृत हैंए जबकि छह कार्यरत हैं। इसमें भी तीन का स्थानांतरण हो गया है। इंटर में अतिथि शिक्षकों के आने पर एलटी में स्थानांतरण वाले तीन शिक्षक विद्यालय छोड़ जाएंगे। यूथ कांग्रेस अध्यक्ष विनोद बडेला अभिभावक कुंदन सिंह, विक्रम सिंह

ने कहा कि लधियाघाटी के जीआइसी मछियाड़ में भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान व संस्कृत प्रवक्ता का पद रिक्त है। प्रदर्शन करने वालों में बीडीसी सदस्य शैलेंद्र बोहरा, दीवान सिंह, महेश गिरि, प्रमोद कुमार, पूनम, विमला, भगवती, पुष्पा, खिमुली देवी, पार्वती, कुंदन, शैलेंद्र आदि शामिल रहे।हाईस्कूल में दूसरी बार फेल हो गए हमारे बच्चे अभिभावकों ने कहा अटल उत्कृष्ट विद्यालयों को सीबीएसई से संचालित किया जा रहा है। विद्यालय में हिंदीए भौतिकए राजनीतिक विज्ञानए भूगोल विषय के प्रवक्ता नहीं हैं। शिक्षकों के अभाव में कई बच्चे दूसरे वर्ष भी हाईस्कूल में फेल हो गए हैं। ऐसे बच्चों को अब प्रवेश नहीं दिया जा रहा। मजबूरन बच्चे पढ़ाई छोड़ होटलों में नौकरी करने महानगरों को निकल गए हैं। कभी 300 से अधिक बच्चे थे। अब 220 रह गए हैं।

 

फ़ोटो…
मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते रीठा के ग्रामीण

मुख्यशिक अधिकारी का घेराव करते ग्रामीण..

 

 

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