नाथ संप्रदाय के प्रसिद्ध गुरु गोरखनाथ मठ के विकास के लिए आगे आए लोग।
गुरु गोरखनाथ ऐसा भव्य-दिव्य स्थान है ,जहां व्यक्ति स्वयं को खो देता है ईश्वरीय सत्ता में।
चंपावत । तल्लादेश के सघन वनों के बीच स्थित गुरु गोरखनाथ मन्दिर, नाथ संप्रदाय का ऐसा अंतरराष्ट्रीय धार्मिक महत्व एवम् आस्था का ऐसा स्थान है जहां शताब्दियो से अखंड धूनी ज्योति जलती आ रही है। इस स्थान में आने वाले श्रद्धालु धूनी की अलख को जलाकर अपनी मनौतियां पूरी करते आ रहे हैं। योग ,साधना, ध्यान ,मनन, चिंतन के लिए यहां श्रद्धालु आते रहते हैं ।यहां जलने वाली अखंड धूनी की ज्योति कब से जलती आ रही है ,इसका कोई प्रमाण नहीं है ।
अलबत्ता यह नाथ संप्रदाय का अंतरराष्ट्रीय महत्व का स्थल है, जहां हर वक्त उनकी आवाजाही बनी रहती है ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठ के अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ जी महाराज इस संप्रदाय के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत विधानसभा क्षेत्र से अपना उपचुनाव गुरु गोरखनाथ मंदिर के दर्शन एवं वहां के नाथ जी से आशीर्वाद लेकर अपने अभियान का शुभारंभ किया ,जिसमें उन्हें ऐसी सफलता मिली जो राष्ट्रीय स्तर का एक रिकॉर्ड बन गई थी।तब से इस स्थान को और ख्याति मिली है ।
यहां पूरे श्रावण मास में कथा ,भक्तों का समागम एवं मेला लगता है। जिसके लिए यहां का पारंपरिक स्थान बहुत छोटा पड़ गया है।अखंड धूनी ज्योति स्थल में सुधार, सड़क मार्ग से मन्दिर तक सोलर प्रकाश की व्यवस्था, प्रवचन हाल ,तीर्थ यात्रियों के लिए विश्राम आदि की सुविधा, मंदिर का जीणोद्धार आदि व्यवस्थाओं के लिए आज योगी रामनाथ जी, गुलजायी नाथ ,देवनाथ, शाहीनाथ ,लक्ष्मणनाथ जी ,मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी से मिले तथा उन्हें मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया
गुरु गोरखनाथ की मौजूदा व्यवस्था लंबे समय से जसवंत नाथ जी करते आ रहे हैं। यहां अब पर्यटकों के भी बड़ी संख्या में आने से के कारण मंदिर की व्यवस्थाओ में सतही परिवर्तन किए जाने की तात्कालिक आवश्यकता है। गर्मियों में हर आधे घंटे के बाद यहां का बदलता मौसम किसी प्राकृतिक रोमांच से कम नहीं है । यहां आने पर ही व्यक्ति अपने को ईश्वरीय सत्ता में खो देता है । विधायक प्रतिनिधि श्री तिवारी ने उनसे मिलने आए नाथ लोगों का स्वागत करते हुए उन्हें आस्वस्थ किया कि उनकी भावनाओं से माननीय मुख्यमंत्री जी को वह अवगत करा दिया जाएगा ।
फोटो – गुरु गोरखनाथ का प्राचीन मंदिर एवं ज्ञापन देने आए नाथ संप्रदाय के लोग ।
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